पेसोचिन में फंसे 1000 भारतीय छात्र, भारत यूक्रेन और रूस के संपर्क में लगातार गोलीबारी से निकालने में हो रही परेशानी

नई दिल्ली अपडेट: यूक्रेन के युद्ध ग्रस्त शहर खर्कीव को छोड़ चुके करीब 1000 भारतीय छात्र अब वहां से लगभग 11 किलोमीटर दूर स्थित है। पैसोचीन शहर में फंसे हुए हैं जबकि भारत सरकार की पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से गुरुवार शाम तक 18000 भारतीय स्वदेशी पहुंच गए। अगले 2 दिन में 7400 और भारतीयों को स्वदेश ले आया जाएगा। इसमें से 35 लोगों को शुक्रवार को और 39 लोगों को शनिवार को भारत में लाया जाएगा।

भारतीय छात्र पहुंचे पैसोचिन

यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने बुधवार को भारतीय छात्रों को तत्काल कारगिल छोड़ने का अल्टीमेट जारी किया था। इसके बाद अब तक करीब 1000 छात्र पेसोचिन के स्कूलों में दूसरे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।

इन्हें निकालने के लिए भारत रूस और यूक्रेन के संपर्क में लगातार बना हुआ है। लेकिन गुरुवार को भी रखी व आसपास के इलाकों पर रूसी हमलों की वजह से इनकी निकासी संभव नहीं हो पाई है।

खाने-पीने और ठहरने का हुआ पूरा इंतजाम

भारतीय विदेश मंत्रालय का दावा है कि पेसोचिन पहुंचे छात्रों के ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम पूरी तरह से कराया गया है। यह पूछे जाने पर कि भारतीय दूतावास को किस तरह की सूचना मिली थी। जब भारतीय छात्रों को खार के छोड़ने का निर्देश दिया गया। तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने बताया कि रूस तरफ से हमें 3 शहरों के नाम पेसोचिन, बबाई और वेचलिदिविका के नाम दिए गए और समय भी बताया गया था।

भारतीय नागरिकों को सीमा की तरफ भेजने की की जा रही है व्यवस्थाएं

बागची ने बताया कि बुधवार को जब यह सूचना भारतीय छात्रों की मिली तो संभव है। सबसे नजदीकी शहर होने की वजह से वे सभी पेसोचिन ही पहुंच गए। और वहां से इन छात्रों को यूक्रेन के दक्षिणी व पश्चिमी सीमा की तरफ भेजने की व्यवस्था की जा रही है ,लेकिन यह कब तक होगा कहा नहीं जा सकता।

बहुत सी समस्याएं आ रही है

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंदम बागची ने कहा कि यूक्रेन में हालात तेजी से बदलने की वजह से काफी समस्याएं आ रही हैं। जैसे पोलैंड सीमा पर बुधवार को भीड़ नहीं थी और भारतीय छात्रों को वहां से आसानी से बाहर निकाल लिया गया। लेकिन शाम के समय स्थानीय यूक्रेन इन शरणार्थियों के भीड़ काफी बढ़ गई। इसके बाद भारतीयों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

15 उड़ानों से 3000 भारतीय स्वदेश पहुंचे

बागची ने बताया कि स्वदेश से पहुंच चुके अट्ठारह हजार भारतीयों में से तकरीबन 64 नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानों से लाया गया है पिछले 24 घंटे में ही 15 उड़ानों से 3000 भारतीयों को स्वदेश लाया गया है अगले चौबीस घंटों में पोलैंड रोमानिया और हंगरी के विभिन्न शहरों से अट्ठारह और उड़ाने भारत आएंगे इनमें भारतीय वायु सेना की सी-17 विमानों की उड़ानों के अलावा एयर इंडिया स्पाइसजेट इंडिगो एयर की उड़ानें भी शामिल हैं।

यूक्रेन में फंसे बहुत से भारतीयों ने नहीं कराया पंजीयन

भारतीय सरकार अभी तक सही तरीके से यह नहीं बता पाई है कि 18000 भारतीयों की स्वदेश वापसी के बावजूद कितने लोग अभी यूक्रेन में फंसे हुए हैं बागची का कहना है कि कुल 20000 लोगों ने पंजीयन करवाया था कि वह यूक्रेन में है लेकिन जिस तरह से संख्या दिख रही है उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कई लोगों ने पंजीयन नहीं करवाया ऐसे में यह स्पष्ट तौर पर नहीं कहा जा सकता कि कितने भारतीय नागरिक अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं।

कल तक संदेश पहुंच जाएंगे 15000 छात्र

भारतीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि भारतीय वायु सेना के विमान गुरुवार रात 11:00 बजे भारत में उतरेंगे रोमानिया सरकार से बात करने पर भी भारतीय एयरलाइन ओं को एक और शहर से उड़ान भरने की मंजूरी मिल गई है आकलन है कि शनिवार तक ऑपरेशन गंगा के तहत लगभग 15000 छात्र वापिस आ चुके होंगे।

कहीं दूतावास अधिकारी ललित भेजे गए

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने बताया कि यूक्रेन की राजधानी कीव के हालात खराब होने के कारण भारतीय दूतावास के बहुत सारे अधिकारी को अभी ले ली वह भेज दिया गया है और वहीं से पूरे यूक्रेन का संचालक संचालन हो रहा है हालांकि की उम्र में भारतीय दूतावास काम कर रहा है और भारतीय राजदूत भी वहीं डटे हुए हैं।

Edited by: Deepak Kumar